झारखंड आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ ने अपनी कतिपय मांगों को लेकर आगामी 9 जुलाई को एक दिवसीय शांतिपूर्ण धरना का ऐलान किया है। यह प्रदर्शन केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और क्षेत्रीय फेडरेशनों द्वारा घोषित राष्ट्रव्यापी हड़ताल के समर्थन में आयोजित किया जायेगा। संघ की ओर से मुख्यमंत्री सचिवालय को भेजे गए पत्र में बताया गया है कि इस दिन राज्य के सभी प्रखंडों और जिला मुख्यालयों में आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका धरना पर बैठेंगी, जिसके कारण सभी आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे। धरना सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक किया जायेगा।
क्या हैं मुख्य मांगें?
संघ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बालमुकुंद सिन्हा ने बताया कि प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से किया जायेगा। इस दौरान प्रधानमंत्री के नाम एक मांग पत्र सौंपा जायेगा, जिसमें निम्नलिखित प्रमुख मुद्दे शामिल होंगे:
आंगनबाड़ी कर्मियों का मानदेय बढ़ाने की मांग
सेवा शर्तों में सुधार और स्थायीकरण की मांग
सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में समुचित भागीदारी
कार्य के अनुसार सम्मान और सुविधाएं देने की मांग
बालमुकुंद सिन्हा ने कहा कि,”सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में आंगनबाड़ी कर्मियों की भूमिका अहम है, फिर भी उन्हें न्यूनतम सुविधा और सम्मान नहीं मिल पा रहा है। इससे कर्मियों में आक्रोश है और वे अब सड़क पर उतरने को मजबूर हैं।”
सरकार से अपील.
संघ ने राज्य सरकार से मांग की है कि:
धरना स्थल पर ज्ञापन स्वीकार करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये.
जिला और प्रखंड स्तर के प्रशासनिक अधिकारियों को पूर्व सूचना दी जाये.
शांतिपूर्ण धरने में कोई प्रशासनिक हस्तक्षेप न हो.