69वीं राष्ट्रीय स्कूली शूटिंग प्रतियोगिता में झारखंड को स्वर्ण।

Sandeep Jain - 12/10/2025 9:05:00 AM -

रांचीः मध्य प्रदेश के इंदौर में आयोजित 69वीं राष्ट्रीय स्कूली शूटिंग प्रतियोगिता में झारखंड ने एक बार फिर अपना दमखम दिखाया है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, झारखंड सरकार के अधीन झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद (JEPC) की अगुवाई में राज्य की अंडर-17 बालक टीम ने शानदार प्रदर्शन किया. खासकर अभिनव पाठक ने 10 मीटर एयर राइफल ओपन साइट स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर झारखंड को राष्ट्रीय मंच पर गौरवान्वित किया.

6 से 9 दिसंबर 2025 तक मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित द एमराल्ड हाइट्स इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देशभर के शीर्ष प्रतिभाशाली निशानेबाजों ने हिस्सा लिया. इस कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच अभिनव ने अपनी एकाग्रता, तकनीक और सटीक निशानेबाजी से निर्णायक बढ़त बनाई. लगातार स्थिर प्रदर्शन करते हुए उन्होंने फाइनल दौर में बेहतरीन स्कोर करते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया.

अभिनव पाठक की इस जीत के पीछे उनके कोच/मैनेजर अनुज कुमार और संजय कुमार यादव का योगदान भी अहम रहा. दोनों प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में तैयार हुए झारखंड दल ने प्रतियोगिता में अनुशासन, तकनीकी दक्षता और मनोबल का बेहतरीन प्रदर्शन किया. टीम प्रबंधन ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा खेल सुविधाओं और प्रशिक्षण प्रक्रियाओं में किए जा रहे सुधारों का सीधा लाभ खिलाड़ियों को मिल रहा है.

अभिनव की इस उपलब्धि पर पूरे राज्य में खुशी की लहर है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अभिनव को बधाई देते हुए कहा कि राज्य के युवा खिलाड़ियों की प्रतिभा लगातार राष्ट्रीय मंच पर चमक रही है और यह झारखंड के उज्ज्वल भविष्य का संकेत है. उन्होंने कहा कि सरकार खेल बुनियादी ढांचे और खिलाड़ियों को आवश्यकता अनुसार संसाधन उपलब्ध कराने के प्रति प्रतिबद्ध है.

शिक्षा सचिव उमाशंकर सिंह, परियोजना निदेशक शशि रंजन, प्रशासी पदाधिकारी सच्चिदानंद द्विवेदी तिग्गा, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी धीरसेन ए. सोरेंग और राज्य खेल कोषांग के अन्य सदस्यों ने भी अभिनव के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर प्रसन्नता व्यक्त की है. सभी ने संयुक्त रूप से कहा कि यह स्वर्ण पदक न सिर्फ अभिनव की मेहनत का परिणाम है, बल्कि पूरे राज्य के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है.

अभिनव पाठक की जीत ने यह साबित कर दिया है कि सही प्रशिक्षण, मजबूत इच्छाशक्ति और सरकारी सहयोग से झारखंड के खिलाड़ी किसी भी राष्ट्रीय मंच पर अपनी छाप छोड़ सकते हैं. राज्य की ओर से अब उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और भी युवा खिलाड़ी विभिन्न खेलों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई उपलब्धियां हासिल करेंगे.