पहले चार मिशनरियों की याद में जीइएल चर्च ने मनाया मिशन पर्व.

Sandeep Jain - 11/3/2025 8:38:58 AM -

रांची. जीइएल चर्च के विश्वासियों ने रविवार को मिशन पर्व मनाया. यह पर्व 180 वर्ष पूर्व पहले चार जर्मन मिशनरियों के छोटानागपुर (रांची) आगमन की स्मृति में मनाया गया. सुबह छह बजे क्राइस्ट चर्च में विशेष आराधना हुई. इसके संचालक रेव्ह अनूप जॉली भेंगरा और उपदेशक बिशप सीमांत तिर्की थे. बिशप सीमांत तिर्की ने कहा कि ईश्वर ने हमें बचाने के लिए उन चार मिशनरियों को भेजा था. उनका आगमन एक ऐसी घटना है जिसे हमें हमेशा ध्यान में रखना है. वे मिशनरी जर्मनी से बर्मा (म्यांमार) जाने के लिए निकले थे. लंबे समय की यात्रा के बाद कोलकाता में उतरे. इसके बाद परिस्थिति ऐसी बनी कि वे छोटानागपुर पहुंचे. उन्होंने पांच साल कठिन श्रम और निराशा में गुजारें. यहां के मौसम, यहां की परिस्थिति और भाषा सीखी. कई साल के बाद उन्हें फल मिला. इससे पता चलता है कि परमेश्वर का वचन न सिर्फ जीवित है बल्कि उसमें ताकत भी है. इस अवसर पर मॉडरेटर बिशप मार्शल केरकेट्टा ने कहा कि आज मिशन पर्व के अवसर पर गोस्सनर मिशन (बर्लिन) के डायरेक्टर रेव्ह डॉ क्रिश्चियन रेजर ने अपनी शुभकामनाएं भेजी है. वे हमारे शुभचिंतक है और मिशन पर्व के अवसर पर उन्होंने शुभकामनाएं भेजी हैं. उन्हें यहां के हालात के बारे में जानकारी है. उम्मीद है कि आनेवाले समय में हालात बेहतर होंगे.
नये गेट का हुआ उदघाटन
इस अवसर पर जीइएल चर्च के नवनिर्मित गेट का उदघाटन हुआ. बिशप सीमांत तिर्की और मॉडरेटर ने उदघाटन किया. विश्वासी मॉडरेटर बंगला के पास पहुंचे, जहां स्मरण पत्थर के पास प्रथम चार जर्मन मिशनरी इमिल शत्स, थियोडोर यानके, फ्रेडरिक बच और आगस्तुत ब्रांत को श्रद्धांजलि दी गयी. कार्यक्रम में महासचिव ईश्वरदत कंडुलना, अटल खेस सहित अन्य लोग उपस्थित थे.

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