देहरादून । उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने चारधाम तीर्थयात्रियों को
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में स्वास्थ्य को लेकर एहतियात बरतने के निर्देश
दिए हैं। चारधाम यात्रा में इस वर्ष अब तक 17 दिन में 57 यात्रियों की
मृत्यु हो चुकी है। इनमें 28 लोग ऐसे हैं, जिनकी केदारनाथ यात्रा मार्ग पर
जान गई। इनमें से अधिकतर की आयु 50 साल से अधिक है।
रविवार शाम
राज्य आपदा परिचालन केंद्र की ओर से जारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
केदारनाथ यात्रा में आज एक तीर्थयात्रियों की मौत हुई। इसी के साथ मौत की
संख्या 28 पहुंच गई। बदरीनाथ में 14, यमुनोत्री में 12 और गंगोत्री में तीन
यात्रियों की मौत हुई है। तीर्थयात्रियों की मौत के साथ यह आंकड़ा 57
पहुंच गया है। स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों को हेल्थ
एडवाइजरी जारी कर उसी के आधार पर लोगों को चारधाम यात्रा में भेजने का
अनुरोध किया है।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि केदारनाथ और
यमुनोत्री धाम में पैदल चढ़ते समय एक से दो घंटे के बाद कुछ समय विश्राम
जरूरी है। इसके बाद दोबारा यात्रा के लिए आगे बढ़े। इस दौरान सीने में दर्द,
सांस की तकलीफ, चक्कर और उल्टी आने पर नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
या मेडिकल रिलीफ सेंटर में प्राथमिक उपचार लें। हृदय रोग, उच्च रक्तचाप,
अस्थमा, मधुमेह से पीड़ित यात्री जरूरी दवा अपने पास रखें।