हिमाचल प्रदेश के मत्स्य निदेशालय के अधिकारियों ने किया चांडिल डैम का भ्रमण।

Sandeep Jain - 1/17/2025 9:22:41 AM -

मत्स्य कृषकों का किया उत्साहवर्द्धन, केज कल्चर में झारखंड रोल मॉडल: विवेक चंदेल 

रांची। हिमाचल प्रदेश के निदेशक मत्स्य, विवेक चंदेल,सहायक मत्स्य निदेशक, ऊना (हिमाचल प्रदेश) विवेक शर्मा ने गुरुवार को सरायकेला-खरसावां स्थित चांडिल डैम में केज कल्चर का भ्रमण किया। अतिथियों का स्वागत रौशन कुमार (जिला मत्स्य पदाधिकारी, सरायकेला) ने किया। हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों को 
जिला मत्स्य पदाधिकारी, रांची द्वारा जानकारी दी गई कि चांडिल डैम के चारों तरफ 17 साईट पर केज विधि द्वारा मत्स्य पालन किया जा रहा है। ईचागढ़ साईट पर करीब 150 केज लगाए गए हैं। जिसमें मत्स्य बीज का संचयन किया गया है। ईचागढ़ में 65 लोगों का मत्स्यजीवी सहयोग समिति बनाकर मछलीपालन कराया जा रहा है। मत्स्य विभाग  द्वारा केज हाऊस, मोटर चालित नाव आदि भी अनुदान पर उपलब्ध कराया गया है। जिससे जलाशय के विस्थापित लोगों को रोजगार उपलब्ध हो पाया है, साथ ही पर्यटन के नये द्वार खुल गये हैं। अभी मोनो सेक्स तिलापिया के ब्लैक स्ट्रेन तथा पंगेशियस मछली का पालन किया जा रहा है। नौका विहार साईट में भी पंगेशियस मछली पालन का अवलोकन किया गया। अधिकारियों द्वारा चांडिल स्थित फीड मील का भी निरीक्षण किया गया। इसके बाद सीतारामपुर डैम में आरएफएफ तथा इन-सीटू मत्स्य बीज उत्पादन कार्य को देखा। यहां भी 35-40 लोग समूह में मछलीपालन के साथ-साथ बीज उत्पादन एवं बतख पालन कर रहे है। महिलाओं द्वारा मत्स्य बिक्री का काम किया जा रहा है।

इस अवसर पर किसानो में ईचागढ़ के सरदीप लायक, रघु लायक, गोपाल सहदेव, शरद पातर, सितारामपुर में चरण हांसदा, आकाश महतो, डाॅ. टुडू सहित अनेक महिला मत्स्य कृषक भी उपस्थित रहे।
 
मत्स्य निदेशालय के अधिकारियों का कोनार डैम व तिलैया डैम का भ्रमण शुक्रवार को।

अधिकारियों का मुख्य उद्देश्य झारखंड राज्य में मत्स्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी लेना तथा केज कल्चर की तकनीक से अवगत होना है। तीन दिनों का यह दौरा शुक्रवार को हजारीबाग के कोनार डैम तथा तिलैया डैम में केज भ्रमण के साथ सम्पन्न होगा। उन्होंने बताया कि झारखंड केज कल्चर में अव्वल है। अनेक राज्यों के लोग इस तकनीक को जानने-समझने के लिए यहां आते रहते हैं। इसी क्रम में यहां भ्रमण करने के लिए हिमाचल प्रदेश के मत्स्य विभाग के अधिकारीगण आए हुए हैं, बाद में अन्य पदाधिकारी लोगों को भी झारखंड भेजा जाएगा। उक्त जानकारी मत्स्य निदेशालय के मुख्य अनुदेशक प्रशांत कुमार दीपक ने दी।

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