ह्यूमन कैलकुलेटर गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड धारी छात्र आर्यन शुक्ला कोटा में
कोटा। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में कीर्तिमान दर्ज कराने
वाले ह्यूमन कैलकुलेटर आर्यन शुक्ला ने कहा कि प्रेक्टिस और फोकस के दम पर
विद्यार्थी किसी भी विषय में महारत हासिल कर सकते हैं। सोमवार को मोशन
एजुकेशन के द्रोणा-2 कैंपस में आर्यन ने लम्बी संख्याओं की सटीक और तेज
गणना कर सभी को चौंका दिया। उसने गणना कर यह बताया कि पूरे वर्ष में किस
तारीख को क्या वार रहेगा।
उसने 6 साल की उम्र से ही अबेकस सीखना
शुरू कर दिया था। उसके बाद संख्याओं और मेंटल मैथ्स कैलकुलेशन में रूचि
विकसित हुई। वह गणित में अपनी गति और सटीकता के लिए अबेकस, वैदिक गणित और
सीखी गई तकनीकों व ट्रिक्स का उपयोग करता है। उसने कहा कि मेरी उपलब्धि
निरंतर अभ्यास से विकसित हुई है। विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में
भारत का प्रतिनिधित्व करने से आगे बढने की प्रेरणा मिली है। इस अवसर पर
मोशन एजुकेशन की निदेशक डॉ. स्वाति विजय, डिप्टी डायरेक्टर निखिल
श्रीवास्तव, वाइस प्रेसीडेंट डीजे सर और फाउंडेशन डिवीजन के हेड मुकेश गौड़
मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि आर्यन की छोटी सी यात्रा दुनिया में
महत्वाकांक्षी बच्चों के लिए प्रेरणा है। बच्चे जुनून, समर्पण और दृढ़
संकल्प के साथ, असंभव भी संभव कर सकते हैं। आर्यन के पिता नितिन शुक्ला ने
बताया कि उनके घर में टीवी नहीं है। मोबाइल का संतुलित उपयोग करते हैं।
आर्यन जब विदेशों में भारत का प्रतिनिधित्व कर अच्छा प्रदर्शन करता है तो
हमें बहुत गर्व होता है।
9वीं के छात्र आर्यन पर भारत को गर्व है-
नासिक
के रहने वाले आर्यन शुक्ला 9वीं कक्षा में हैं। उसने इस वर्ष 29 फरवरी को
इटली के मिलान में इटालियन टीवी शो ‘लो शो देई रिकॉर्ड’ में मात्र 25.19
सेकंड में मेंटल मैथ कैलकुलेशन में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है।
इससे पहले वर्ष 2022 में आर्यन ने जर्मनी के पैडरबोर्न में आयोजित मेंटल
मैथ कैलकुलेशन विश्वकप चौंपियन का खिताब जीता। इसमें उन्होंने 20 देशों के
शीर्ष 40 ह्यूमन कैलकुलेटर के बीच भारत का प्रतिनिधित्व किया था। वर्ष 2018
में उसने मात्र 8 वर्ष की आयु में तुर्की के इस्तांबुल में ‘मेमोरियल
टर्की ओपन चैम्पियनशिप’ में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 7 स्वर्ण, 1 रजत
और 2 कांस्य सहित 10 पदक जीते। आर्यन ग्लोबल मेंटल कैलकुलेटर एसोसिएशन के
संस्थापक बोर्ड सदस्य भी हैं, जो दुनिया भर में मानसिक गणना कौशल को बढ़ावा
देने और आगे बढ़ाने के लिए समर्पित एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय निकाय है।
आर्यन ने मात्र 13 वर्ष की आयु में यह पदभार ग्रहण किया।