रांची:- स्वतंत्रता दिवस के पूर्व संध्या और विभाजन विभीषिका स्मृतिदिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा सरला बिरला विश्वविद्यालय परिसर में तिरंगा रैली का आयोजन किया गया। हर घर तिरंगा का स्लोगन बुलंद करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति, मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी, कुलसचिव, संकायाध्यक्ष, सह संकायाध्यक्ष, प्राध्यापक एवं विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने सुव्यवस्थित तरीके से हाथ में तिरंगा एवं जुबान पर भारत माता के नारे लगाते हुए विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस को याद किया एवं आजादी के निमित्त अपने प्राणों की आहुति देने वाले महान हुतात्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गोपाल पाठक ने आजादी से पूर्व भारत के विभाजन की चर्चा करते हुए कहा कि भारत विभाजन के समय हुआ नरसंहार विश्व के सबसे बड़े नरसंहारों में से एक है। उन्होंने भारत के विभाजन के विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक व धार्मिक कारकों की चर्चा करते हुए देश की आजादी के निमित अपने प्राणों की आहुति देने वाले महान आत्माओं के त्याग, समर्पण एवं बलिदान से प्रेरणा लेकर सदैव देश की एकता अखंडता को कायम रखने की प्रेरणा दी।
विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने भारत-पाकिस्तान बंटवारे में मारे गए लोगों को याद करते हुए राष्ट्रीय एकता, सद्भाव और देश प्रेम की भावना को मजबूत बनाए रखने के लिए विभाजन की भयावहता को याद रखने और हर हाल में देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखने की अपील की।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफ़ेसर विजय कुमार सिंह ने कहा कि भारत विभाजन का दौर देश व देश के लोगों के लिए सबसे कष्टप्रद था। अनगिनत लोगों को अपना घर, जमीन सबकुछ छोड़ना पड़ा और अपने ही देश में शरणार्थी बनकर रहना पड़ा। उन्होंने कहा कि कुछ सत्ता के भूखे लालची लोगों के चलते देश की आजादी के लिए बलिदान हुए शहीदों का सपना अधूरा रह गया। इतने सालों के बाद भी विभाजन में अपने लोगों को खोने वाले के दर्द के किस्से सुनाई पड़ जाते हैं। ऐसे ही अनगिनत लोगों की याद में प्रत्येक वर्ष विभाजन विभीषिका दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने भारत के विभाजन में अपने प्राण गवाने वाले और विस्थापन का दर्द झेलने वाले लाखों भारतवासियों को नमन करते हुए भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए अपील की।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में कार्मिक प्रशासनिक प्रबंधक श्री अजय कुमार, पीएओ श्री प्रवीण कुमार, डीएसडब्ल्यू डॉ अशोक कुमार अस्थाना, एनएसएस कोऑर्डिनेटर डॉ संजीव कुमार सिन्हा, एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर डॉ संजीव कुमार, डॉ रिया मुखर्जी, डॉ नीतू सिंघी, डॉ भारद्वाज शुक्ला, डॉ आरोही आनंद, स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री सुभाष नारायण शाहदेव, श्री राहुल रंजन, श्री ऋषि राज जमुआर एवं एनएसएस वॉलिंटियर्स आदि की सराहनीय भूमिका रही।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकारी, प्राध्यापक गण तथा कर्मचारी गण उपस्थित थे।