राजधानी रांची स्थित बिरसा मुंडा एयरपोर्ट अब और आधुनिक रूप लेने जा रहा है. 10 करोड़ की लागत से इसे देश के प्रमुख एयरपोर्ट्स की तर्ज पर अपग्रेड किया जा रहा है. इसके तहत पार्किंग एरिया, बैठने की जगह, एयरलाइंस के काउंटर्स और सिक्योरिटी चेक काउंटरों का विस्तार किया जायेगा. इस अपग्रेडेशन से यात्रियों को न केवल बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि एयरपोर्ट की क्षमता भी दोगुनी से अधिक हो जाएगी. इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. जल्द ही अपग्रेडेशन का कार्य भी शुरू किया जाएगा और इसे वर्ष 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है.
वर्तमान में रांची एयरपोर्ट पर यात्रियों के ठहराव की क्षमता 950 है, , जिसे बढ़ाकर 2100 यात्रियों तक किया जायेगा. टर्मिनल बिल्डिंग में प्रस्थान और आगमन द्वार की स्थिति बदली जाएगी. अभी जो प्रस्थान गेट है, उसे पूर्व दिशा की ओर पार्सल सेक्शन के पास शिफ्ट किया जाएगा. वहीं, आगमन गेट को पश्चिम दिशा की ओर करीब 15 से 20 मीटर दूर बनाया जाएगा.
वर्तमान में एयरलाइंस के लिए 14 काउंटर हैं, जिन्हें बढ़ाकर 37 किया जाएगा. इससे चेक-इन प्रक्रिया तेज होगी और यात्रियों को लंबी कतारों से राहत मिलेगी. टर्मिनल में बैठने की क्षमता भी 250 से बढ़ाकर 550 की जा रही है, जिससे भीड़भाड़ कम होगी.
सिक्योरिटी चेक काउंटर की संख्या 3 से बढ़ाकर 8 की जाएगी. इसके साथ ही एंट्री और एग्जिट गेट की संख्या भी अब दो-दो होगी. डिपार्चर एरिया को दोगुना किया जा रहा है, ताकि अधिक यात्रियों को एक साथ समायोजित किया जा सके.
एयरपोर्ट पर 86 करोड़ रुपये की लागत से पैरलल टैक्सी ट्रैक का निर्माण कार्य चल रहा है. इसके पूरा होने के बाद विमानों के आगमन और प्रस्थान में लगने वाला समय 6 से 7 मिनट से घटकर 4 से 5 मिनट रह जाएगा. इससे हर दो मिनट में विमान उतर सकेंगे और हवाई ट्रैफिक प्रबंधन बेहतर होगा.
वर्ष 2023-24 में रांची एयरपोर्ट से प्रतिदिन लगभग 6500 यात्री यात्रा कर रहे थे, जो अब बढ़कर 8000 हो गए हैं. इस बढ़ती संख्या को देखते हुए सुविधाओं का विस्तार आवश्यक हो गया था. एयरपोर्ट के अपग्रेडेशन का काम तेजी से चल रहा है और इसे वर्ष 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है. इसके बाद रांची का बिरसा मुंडा एयरपोर्ट देश के बड़े और आधुनिक एयरपोर्ट्स की श्रेणी में शामिल हो जाएगा.